Sad Love Quotes..!!
कुछ नहीं रखा इश्क़ की तंग गलियों में, बेवजह ही चक्कर लगाया करते थे हम।
जो कसमें खाते थे जिन्दगी संग बिताने की, उन्होंने रंग लया खुद को किसी और के रंग में।
तेरा मेरी ज़िन्दगी में आना अब इतिहास बन गया, कल तक जो तुझे नागवार था अब तेरा खाश बन गया।
कैसे जियूंगा तेरे बिन ये सोच कर भी डर जाता हूं, तु तो आने से रही लौटकर, अब तेरी याद ही रुलाती है।
मत पूछ क्या गुजरा है तेरे जाने के बाद, हसना भूल भूल गए जिस दिन से तुम रुला के गए।
ये माना कि हमारी जिन्दगी में भी बहुत गम थे, छोड़ कर जाने वक़्त तेरी आंखें भी नम थे।
तेरा आना और बिन कहे चले जाना, दिल में एक चुभन सी होती है तुझे किसी और के साथ मुस्कुराते देख।
जिनकी तस्वीर सज़ा रखी है हमने दिल में, वो किसी और के घर की सोभा बढ़ा रही है।
तुझे गए हुए वर्षों बीत गए पर तेरी कमी आज भी, जिन आंखों को भींगा कर गई थी तुम उन आंखें में नमी आज भी है।
दिल की गहरइयों में ना जाने कितने गम है, कि आज भी तेरी यादों के साये में जीने को बेबस है हम।
झुटे थे तेरे वादे ये मैंने देर से जाना, जब तूने झूठी बातों का बहाना बनाकर मुझे कर दिया बेगाना।
राज की वो बात उनके साथ ही चली गई, इक बार भी ना बताया कमबख्त ने, बस हाथ छुड़ाया और चली गई।
तुझमें और तेरी याद में बस फर्क है इतना, तु तो बेवक्त आती है, मगर तेरी याद हर वक़्त आती है।
एक बार भी न देखा पलट कर उसने जाते वक़्त, ना जाने क्यों हमने उसके साथ उम्र गुजारने का फैसला कर लिया था।
आंखो के आंसू भी सुख गए हम इतना रोए, एक अरसा बीत गया हमें चैन की नींद सोए।
कल जब तुम हमारे पास थे, हमे किसी और की जरूरत ना थी, आज जब जरूरत पड़ी तो ना तुम हो, ना तुम्हारी तस्वीर, और ना ही कोई और।
इस सावन की बारिश में तेरी कमी सी है, बारिश के इन बूंदों की तरह, मेरी आंखों में नमी सी है।
वक़्त बीत गया मगर घाव अब भी हरे है, तू इक बार मूड के तो देख हम अब भी तेरे ही इंतजार में खड़े है।
तु इस कदर बिछड़ी मुझसे की तेरा इक निशा भी नहीं, तुझे ढूंढू भी तो कैसे, तेरा पता ही नही।
दिल के किसी कोने में तु आज भी बसती है, ये दिल आज भी महक उठता है जब तु हंसती है।
कौन कहता है कि वो नहीं पूछते हाले दिल हमारा, फर्क बस इतना है पहले जख्मों पर मरहम लगाते थे, अब उन्हें कुरेदते है।
करवटें बदल बदल कर सोचता हूं रातभर, जाने क्यों वो बदल गया मुझे इतना बदलकर।
हजारों यादे ऐसी इक किताब लिख दू, दिल में है कई जख्म बोले तो तेरे नाम लिख दू।
तेरा आना और आके चले जाना, बहुत नागवार गुजरा मुझे तेरा किसी गैर के साथ मुस्कुराना।
चोट लगी हो दिल में फिर भी मुस्करा पड़ता है, यही है इम्तीहाने मोहब्बत मेरे यारो, हर लब्ज़ पे आंसू छुपाना पड़ता है।
ना जाने कितने टुकड़ों में बिखरा है दिल, जब भी समेटने की सोचता हूं हर एक चुभन पर तेरी याद आती है। |
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