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Broken Shayari in Hindi |
बड़ी लम्बी गुफ्तगू करनी है तुमसे, तुम आना एक पूरी ज़िन्दगी लेकर।
रख लो दिल में संभाल कर थोड़ी सी यादें हमारी, रह जाओगे जब तन्हा… बहुत काम आयेंगे हम।
हम रोज उदास होते है और शाम गुजर जाती है, किसी रोज़ शाम उदास होगी और हम गुज़र जायेंगे।
बहक जाने दे मुझे मेरे यार की मोहब्बत में, ये वो नशा है जो मेरे सर से कभी उतरता नही।
यह दुनिया एक लम्हे में तुम्हे बर्बाद कर देगी, मोहब्बत मिल भी जाये तो उसे मशहूर मत करना।
जिसे तुम कभी पा नही सकते, उसे तुम कभी खो भी नही सकते, तो मेरी जान... सोचो तुम मेरे दिल मे कितने सुरक्षित हो।
मैं पा सका न कभी इस ख़लिश से छुटकारा, वो मुझ से जीत भी सकता था जाने क्यूँ हारा।
शायद फिर कभी तुझे देखना नसीब ना हो मुझे थोड़ी देर और रुक जा, आ बैठ अपने जहन में उतार लेने दे तुझे।
इन्हें ना ज़मीन खरीदना होता है... ना ही सोना, आशिक़ इश्क़ के बाज़ार में असल प्यार की तलाश में निकलते है।
इश्क़ का अंजाम चाहा था जिससे,,, आज वही अनजान है हमसे।
मन्नत के कच्चे धागों में, ज़रा पक्का सा बाँधा है तुम्हें।
ना जाने,,, कितनी अनकही बातें,,, साथ ले जाएंगे,,, झूठ ही कहते है लोग,,, ख़ाली हाथ आए थे,,, ख़ाली हाथ जाएंगे।
मैं बस तुममें उलझे रहना चाहता हूं,,, तुम मेरा एक ख़ूबसूरत मसला हो।
गले लगाकर माथे पे बोसा देना होता है, ऐ मेरे दोस्त… बिछड़ने के भी कुछ आदाब हुआ करते है।
पढ़ लेना तुम खुद को ज़रा फुरसत से, मैंने हर गज़ल में फ़क़त तुम्हें लिखा है।
वक्त के साथ सब कुछ ठीक हो जाता है, पर यादें मरते दम तक साथ नहीं छोडती है।
फुर्सत में भी फुर्सत नहीं मिली... उन्हे हमे याद करने की, आजकल हम किसी के लिये इतने फ़िज़ूल हो गये।
वो भी एक वक्त था जब सबसे तेरी ही बातें होती थी,,, आज कोई तेरा नाम भी ले तो बात बदल देते हैं हम।
मेरी हर मुस्कुराहट की वजह हो तुम, बिना तुम्हारे अब दुनिया वीरान सी लगती है।
ना राहत—ए—मर्ज, ना दर्द—ए—इलाज है तू… फिर क्यों मेरी जिंदगी की, रुह—ए—तलाश है तू।
मैंने कब कहा… वो मिल जाए मुझे… गैर न हो जाये… बस इतनी सी हसरत है।
तमाम उम्र गुजार देगें हम राह—ए—इंतजार में, झूठा ही सही पर तू आने का वादा तो कर।
वो कहते थे कि रोने से नही बदलते किसी के नसीब, बस उनकी इसी तसल्ली ने ज़िन्दगी भर रोने ना दिया।
आप हक़ीकत नहीं हो हसरत हो, जो मिले ख़्वाब में वही दौलत हो, किस लिए देखते हो आईना तुम, तुम तो ख़ुदा से भी ज्यादा खूबसूरत हो।
बे पनाह इश्क और बेकराररूह उफ्फ धड़कना है, और तेरे ही दिल मे धड़कना है, ये रूह को छूती तस्वीर इश्क़ की ज़िंदा मिसाल है, ग़रीब की मोहब्बत तो अमीर से भी कमाल है।
इधर हुस्न बेताब है, उधर दिल को हड़बड़ी है, हसरत—ए—इश्क़ में डूबा, ये जान लेवा अक्टूबर है।
कौन कहता है कि आँसुओं में वज़न नहीं होता, एक भी छलक जाता है तो मन हल्का हो जाता है।
मैं कुछ खास तो नहीं, मगर मेरे जैस लोग कम ही मिलेंगे तुम्हे।
उसने ने कहा तुम बहुत अच्छे हो, मैंने कहा यही तो खराबी है।
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