![]() |
Love Shayari |
Post Content: Love Shayari, Love Quotes, Hindi Shayari, Hindi Quotes, Best Hindi Shayari, Best Hindi Quotes for Girlfriend, Best Hindi Shayari Collection for Girlfriend, Sad Love Shayari for Girlfriend, Sad Love Quotes for Girlfriend, Broken Heart Quotes, New Sad Shayari, Sad Shayari, Sad Shayari in Hindi for Love Bewafa, Sad Quotes, Whatsapp Status, Sad Status, Love Status in Hindi, Whatsapp Status Love, Whatsapp Status in Hindi, Whatsapp Status Attitude, New Whatsapp Status, Sad Whatsapp Status, Sad Love Quotes, Sad Love Shayari, Sad Shayari, Sad Quotes About Love and Pain, Sad Love Failure Quotes, Sad Quotes on Love in Hindi, Very Sad Shayari, Very Sad Shayari in Hindi for Girlfriend, Very Sad Quotes in Hindi, Sad Quotes in Hindi, Very Heart Touching Sad Quotes in Hindi.
अपने वजूद पर भरोसा रखो, लोग क्या सोचते है उससे फर्क नही पड़ता।
वो इतना रोई मेरी मौत पर मुझे जगाने के लिए… मैं मरता ही क्यूँ अगर वो थोडा रो देती मुझे पाने के लिए।
ख़ुदा तूने तो लाखो की तकदीर संवारी है, मुझे दिलासा तो दे की अब तेरी बारी है।
चाँद से खूबसूरत कोई चीज़ नहीं है इस ज़माने में, एक आसमान में रहता है और एक मेरे सीने में।
अपने हर लफ्ज़ में कहर रखता हूँ, शायर हूँ जनाब… बेवफाओं का क़त्ल करने के लिए जेब में कलम रखता हूँ।
बहुत देर कर दी तुमने मेरी धड़कन महसूस करने में, वो दिल नीलाम हो गया जिस पर कभी हुकूमत थी तुम्हारी।
रात गहरी है फिर भी सवेरा सा है… एक उसका चेहरा है कि आंखो में ठहरा सा है।
सुना है बहुत बारिश है तुम्हारे शहर में, ज़्यादा भीगना मत... अगर धुल गयी सारी ग़लतफ़हमियां, तो बहुत याद आएंगे हम।
कोई तो पूरी कर रहा है कमी मेरी, तभी तो तुम्हे मेरी याद नही आती।
जिनकी आप क़दर नही कर रहे है न… यकीन मानिए... कुछ लोग उन्हें दुआओं में मांग रहे है।
तुम्हें लिखा है लम्हा—लम्हा अपनी तहरीरो में, मेरी दास्तां—ए—इश्क में तुम्हें जमाना पढ़ेगा।
आंसू पौछकर हंसाया है मुझे, मेरी गलती पर भी सीने से लगाया है मुझे, कैसे प्यार न हो ऐसे दोस्त से, जिसकी दोस्ती ने जीना सिखाया है मुझे।
उसकी मुस्कुराहट देख के चाँद भी शर्मा गया, उसके कानों पे लटकते झुमके को देख शायद वो भी पगला गया।
ज़िन्दगी में अच्छे बुरे बहुत लोग मिलते है, मगर इनमें वो चंद होते है जिन्हें देखकर दिल खिलते है।
जिंदगी से सिकवा नहीं की… उसने गम का आदी बना दिया, गिला तो उनसे है जिन्होंने… रौशनी की उम्मीद दिखा के दीया भी बुझा दिया।
कौन चाहता हैं खुद को बदलना, किसी को नफरत तो किसी को प्यार बदल देता है।
हमने तेरे बाद नही रखी किसी से मोहब्बत की आस… अकेली तू ही बहुत कुछ सिखा गई मुझे।
झांकने की सब से बेहतरीन जगह गिरेबान है, और रहने की बेहतरीन जगह अपनी औकात है।
किसी रिश्ते में कभी इतना मत डूब जाना कि आँखें खुले तो सब कुछ बरवाद हुआ पाओ।
खामोशी जुर्म है इस दौर में बोलना सीखो… वरना मिट जाओगे हालात के तुफानो में।
ठुकरा दी मैंने जिल्लत भरी खुशियाँ... इज्जत से गर गम मिले तो वही कुबूल है।
हम भी वही होते है, रिश्ते भी वही होते है और रास्ते भी वही होते है, बदलता है तो बस… समय, एहसास, और नज़रिया।
यही ख्वाहिश थी हमेशा... मुझें इतना तो जाने तू, जो अग़र रूठ जाऊँ कभी तो... मनाकर ही माने तू।
खुद से खुद की मेरी जंग का अब तक सिला क्या है, दर्द, बेबसी और घुटन के सिवा आखिर मुझे मिला क्या है।
महफ़िल ना सही तन्हाई तो मिलती है, मिलें ना सही जुदाई तो मिलती है, कौन केहता है प्यार में कुछ नहीं मिलता... वफ़ा मिले न मिले, बेवफाई तो मिलती है।
घायल कर के मुझे उसने पूछा, करोगे क्या फिर मोहब्बत मुझसे, लहू—लहू था दिल मेरा... मगर होंठों ने कहा बेइंतहा—बेइंतहा।
तुम फिर उसी अदा से अंगड़ाई लेकर हँस दो… आ जायेगा लौट कर गुजरा हुआ जमाना हमारा।
जिंदगी वहीं है जो हम आज जी रहे है, कल जो जिएंगे वो उम्मीद होगी।
रहूँ गमजदा बिछर कर तुमसे ए जानेवफा, कि तेरे हिस्से का वक़्त अब तन्हा काटे न जाये।
जिन्दगी, रिश्ते, मोहब्बत, आरजू, ख्वाब, फल तो ज़हरीले है, लेकिन जायका लाजवाब है।
मैने कहा खुदा से, क्या खूब दोस्त मिले है… क्या खूब मैनें, किस्मत पाई है, खुदा ने कहा हंसकर, संभालकर रख इसे… ये मेरी पसंद है… जो तेरे हिस्से में आई है।
कर वफ़ा... कुछ तो कर, तू जमाने से यूं न डर, कि फ़र्ज़ दोस्ती का अदा तो कर।
है उनसे कितनी मोहब्बत कहा भी न जाये, बिन पिये उनके नाम का जाम—ए—उल्फत रहा भी न जाये।
मेरे लिए उनके दिल में कभी कोई चाहत ना थी, उनकी किसी ख़ुशी में मुझे कभी कोई दावत ना थी, मैंने तो दिल उनके कदमो में रख दिया, पर उनको ज़मीन पर देखने कि आदत ना थी।
तेरी हर छुअन… किसी मरहम से कम न थी… जैसे मैं कोई जख्म था... भरता चला गया।
नींद आए या ना आए, चिराग बुझा दिया करो, यूँ रात भर किसी का जलना, हमसे देखा नहीं जाता।
कभी हमसे भी दो पल की मुलाकात कर लिया करो… क्या पता आज हम तरस रहे है… कल तुम ढुढते फिरो।
गिला नहीं कि मेरे हाल पर हँसी दुनिया, गिला तो ये है कि पहली हँसी तुम्हारी थी।
गहराई प्यार में हो तो बेवफाई नहीं होती, सच्चे प्यार में कहीं तन्हाई नहीं होती, मगर प्यार ज़रा संभल कर करना मेरे दोस्त, प्यार के ज़ख्म की कोई दवा नहीं होती।
पहले इश्क़... फिर दर्द... फिर बेहद नफरत, बड़ी तरकीब से तबाह किया जालिम ने मुझको।
अलविदा कहते हुए जब हमने कुछ निशानी मांगी, वो मुस्करा के बोली जुदाई काफी नहीं है क्या।
इश्क़ के कुछ चंद आख़िरी लफ़्ज इस तरह होते है… तुम्हे अच्छा साथी मिले और तुम हमेशा खुश रहो।
कस्मों से ए दोस्त डरता कौन है, झूठी कस्मों पे अब मरता कौन है, बस टूटने से इनके टूट जाते है भ्रम, कि जिनके हम सबसे अज़ीज़ थे, आज उनके लिए हम कौन है।
राहत और चाहत में… बस फर्क है इतना… राहत बस तुमसे है… और चाहत सिर्फ तुम्हारी।
इन्सान सब कुछ भूल सकता है, सिवाय उन पलों के जब उसे अपनों की ज़रूरत थी, और वो अकेला था।
गजब की चीज है मेरे मेहबूब की मुस्कुराहट भी, कमबख्त कातिल भी है और गम की दवा भी।
परेशान जरूर हूँ, मगर तुम चाहो तो मेरी मुश्किल आसान कर दो,,, मैं दिल की बात कह दूँ, और तुम शरमा के... हाँ कर दो।
ना हवस तेरे जिस्म की… ना शौक तेरी खूबसूरती का… बेमतलबी सा बन्दा हूँ... बस तेरी सादगी पे मरता हूँ।
बुरे वक्त में कंधें पर रखा हुआ हाथ, कामयाबी की तालियों से कहीं ज्यादा कीमती होता है।
क्या कहूँ तुझे... ख्वाब कहूँ तो टूट जायेगा, दिल कहूँ, तो बिखर जायेगा, आ तेरा नाम ज़िन्दगी रख दूँ, मौत से पहले तो तेरा साथ न छूटेगा।
गर मिला कभी जो हक मुझे अपनी किस्मत लिखने का… कसम खुदा कि हर जन्म अपने नाम के साथ तेरा नाम लिखूंगा।
जिन्दगी ये सँवर जाएगी, याद जब भी तेरी आएगी, सारे सपने है जिन्दा तुम्हीं से तुमको अहसास करवाएगी, हमने सोचा नहीं था कभी, यादों का ये सिलसिला ऐसे थमेगा, तुम ना होगे तो ना जाने कैसे, आँसूओं का ये मेला रुकेगा, तुम ना आओगे फिर भी ये आँखें, देखती राह पथराएगी...
जब भी आंसू आवाज देगा, वो ज़रूर आगोश मे आएगी।
बहुत खूबसूरत वो रातें होती है, जब तुमसे दिल की बातें होतीं है।
दर्द बन कर दिल में छुपा कौन है, रह—रह कर इसमें चुभता कौन है, एक तरफ दिल है और एक तरफ आइना, देखते है इस बार पहले टूटता कौन है।
दोनों की पहली चाहत थी, दोनों टूट के मिला करते थे, वो वादे लिखा करती थी, मैं कसमे लिखा करता था।
हमारी तबियत भी न जान सके वो हमे बेहाल देखकर, और हम भी उन्हें कुछ न बता सके उन्हें खुशहाल देखकर।
सुकून ऐ दिल के लिए कभी हाल तो पूछ ही लिया करो, मालूम हमे भी है कि हम आपके कुछ नहीं लगते।
उम्र बिना रुके सफर कर रही है, और हम ख़्वाहिशें लेकर वहीं खड़े है।
उलझा रही है मुझको, यही कश्मकश आजकल, तू आ बसी है मुझमें, या मैं तुझमें कहीं खो गया हूँ।
हमारे अल्फ़ाज़ ही खंजर का काम करते है, कलम वाले कभी शमशीर नही उठाते।
आप ये वादा क्या कर गए के आओगे ख्वाब में, मारे ख़ुशी के हमे नींद ही नहीं आती।
मुझे नहीं पता की ये बिगड़ गया या सुधर गया, बस अब ये दिल किसी का भरोसा नहीं करता।
किसी हमदम का सर—ए—शाम ख़याल आ जाना, नींद जलती हुई आँखों की उड़ा देता है।
आबाद मेरे दुश्मन का जमाना रहे… ताकि दिल पे मुक़म्मल उसका निशाना रहे।
यूँ तो चले ही आते है कई दोस्त मेरे… बेवक़्त दुश्मनो का भी आना जाना रहे।
मैं इस हद तक तुम्हें लिखुंगा कि… पढ़ने वालों को भी, तुमसे इश्क़ हो जाएगा।
अब मरते नहीं तो क्या करते… गले लगाकर धीरे से बोली अगले जन्म में तेरे।
लोगों ने रोज ही नया कुछ माँगा खुदा से, एक हम ही हैं जो तेरे ख्याल से आगे न बढ़ पाए।
तुमको मिल जायेंगे बेहतर मुझसे, मुझको मिल जायेंगे बेहतर तुमसे, पर कभी—कभी लगता है... हम एक दूसरे को मिल जाते तो बेहतर होता।
खरीद सकूं जिनके लिए चूड़ियां मैं, आजकल उन कलाईयों की तलाश में हूं।
बड़े बदनसीब ठहरे हम जो करार तक ना पहुँचे, दर—ए—यार तक तो पहुँचे दिल—ए—यार तक ना पहुँचे, जाने मेरी आँखों से कितने आँसू बह गए, इंसानो की इस भीड़ में देखो हम तन्हा रह गए, करते थे जो कभी अपनी वफ़ा की बातें, आज वही सनम हमें बेवफ़ा कह गए।
अच्छा करते है वो लोग जो मोहब्बत का इज़हार नहीं करते, ख़ामोशी से मर जाते है, मगर किसी को बदनाम नहीं करते।
इश्क भी क्या अजीब बीमारी है, ज़िंदगी है हमारी और तलब तुम्हारी है।
तेरी एक झलक पाने को तरस जाता है दिल मेरा, खुश किस्मत है वो लोग जो तेरे घर के सामने रहते है।
ख़ामोश हूँ मैं हो सके तो ,कोई आवाज़ भेजो तुम, धड़कनें थम रही हैं मेरी, हो सके तो कुछ साँस भेजो तुम, तुम बिन कटता नहीं सफ़र ज़िन्दगी का, हो सके तो कुछ ऐहसास भेजो तुम, जिसे पढ़ कर मिले सुकून मेरी रूह को, हो सके तो ऐसे कुछ अल्फ़ाज़ भेजो तुम।
खता हो गयी तो फिर सज़ा सुना दो, दिल में इतना दर्द क्यूँ है वजह बता दो, देर हो गयी याद करने में जरूर, लेकिन तुमको भुला देंगे ये ख्याल मिटा दो।
जरुरी नहीं है इश्क में बाहों के ही सहारे ही मिले, किसी को जी भर के महसूस करना भी मोहब्बत है।
जरा छू लूं तुमको मुझको यकीन आ जाए, लोग कहते है कि मुझे साए से मोहब्बत है।
फिकर करता हूं खाली जिक्र की आदत नहीं मुझको, कोई समझे न समझे काश तू समझ जाता मुझको।
किसी एक के गुनाहों की सज़ा उसने सबको दे दी, अरे जुर्म तो किसी और ने किया था उसने फाँसी हमको दे दी।
आई है सुबह वो रोशनी लेके, जैसे नए जोश की नयी किरण चमके, विश्वास की लौ सदा जला के रखना, देगी अंधेरों में रास्ता आपको दीया बनके।
मुझको लूट कर जाने वाले चले गए, मेरी आँखों से नींद चुरा कर ले गये, मोहब्बत की दिल से… तो आँसू गिरे, लोग उन्हें भी मोती समझकर उठा ले गये।
चाँद ने कब कहा आपको अपना, वो तो खुद घूँघट में छिपी बैठी है, सितारे लगे हुए है ओठनी पे और वो मुस्कुरा के चाँदनी बिखेर बैठी है।
वो चाहती है किसी और को… फिर भी उसे कोई और चाहिये, जब पहले ही पता था उस ज़ालिम को तो हमसे निगाहे नहीं मिलनी चाहिये।
कर लूं जो क़ैद तुम्हें,,, इश्क़ के दायरे में,,, लोग जल जाएंगे,,, तुम्हें मेरे,,, इतना क़रीब देख कर।
हमने तो उनके लिए एक अलग दुनियाँ सजायी है, लेकिन न जाने क्यों वो परी हमारे ख्वाबों में नही आयी है।
उसकी तस्वीर देख के भी बड़ा सुकून मिलता था, भले ही वो बात न करे हमसे, लेकिन… उसकी खामोशी से भी हमें जवाब मिलता था।
Post a Comment
Post a Comment